कंचनजंगा

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  • कंचनजंगा सिक्किम-नेपाल-सीमा पर २८,१४६ फुट ऊँचा, गौरीशंकर (एवरेस्ट) पर्वत के बाद संसार का दूसरा सर्वोच्च पर्वतशिखर है।
  • इस पर्वत की भूगर्भीय स्थिति हिमालय की मुख्य श्रेणी के सदृश है।
  • यह तिब्बत एवं भारत की जलविभाजक रेखा के दक्षिण में स्थित है।
  • इसीलिए इसकी उत्तरी ढाल की नदियाँ भी भारतीय मैदान में गिरती हैं।
  • कंचनजंगा तिब्बती शब्दहै जिसका शाब्दिक अर्थ 'महान्‌ हिमानियों के पाँच अतिक्रमण' है, जो इसकी पाँच चोटियों से संबंधित है।
  • इसका दूसरा नाम कोंगलोचु है जिसका शाब्दिक अर्थ 'बर्फ़ का सर्वोच्च पर्दा' है।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

“खण्ड 2”, हिन्दी विश्वकोश, 1975 (हिन्दी), भारतडिस्कवरी पुस्तकालय: नागरी प्रचारिणी सभा वाराणसी, 345।